नई दिल्ली। हमारे देश में भांग (Cannabis) की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। भांग अवसाद, घबराहट और दौरे आने जैसी कई बीमारियों का प्रभावी इलाज करने में सक्षम है।
वैज्ञानिकों ने टीएचसी, सीबीडी, टीएचसीए और कैनबिनोइड्स तारपीन के विभिन्न स्तरों वाले भांग के कई रूपों की खोज की गई है। भांग अंतरराष्ट्रीय दवा उद्योग के लिहाज से खासी मूल्यवान साबित हो सकती है। इंडिया साइंस वायर में छपे लेख के अनुसार भांग को आमतौर पर उसके मादक गुणों के लिए जाना जाता है, इसलिए चिकित्सीय उपयोग खासतौर पर मानसिक रोगों के उपचार के लिहाज से इसे काफी उपयोगी माना जा रहा है।

भांग में पाए जाने वाले यौगिक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर क्रिया करके मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बदल देते हैं। इनके सेवन के बाद सोच, चेतना और व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिलता है। इसलिए सीमैप के वैज्ञानिक डॉ. मनोज सेमवाल ने बताया कि सीमैप की यह परियोजना मुंबई की कंपनी मैसर्स आशीष कॉन्सेंट्रेट्स इंटरनेशनल द्वारा संयुक्त रूप से संचालित की जा रही है।