केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि देश में 111 करोड़ लोगों का आधार कार्ड बन गया है और इसके कारण दो वर्षों के अंदर केंद्र व राज्य सरकारों के 36,144 करोड़ रुपये की बचत हुई है. यह बचत घरेलू रसोई गैस सिलिंडर के लिए सरकार की पहल योजना से हुई है, जिसके तहत पैसे सीधे उपभोक्ताओं के आधार से जुड़े बैंक खातों में डाले गए. सरकार ने पहल योजना के तहत 2014-15 में 14,672 करोड़ रुपये की बचत की और 2015-16 में 6,912 करोड़ रुपये की बचत की.
रविशंकर प्रसाद कहा, 31 मई, 2014 को 63.22 करोड़ आधार कार्ड बन चुके थे और उस वक्त प्रतिदिन लगभग 3-4 लाख आवेदनों का निपटारा हो रहा था, जबकि अक्टूबर 2016 में यह 5-6 लाख प्रतिदिन हो गया. हालांकि, नोटबंदी के बाद से प्रतिदिन 7-8 लाख आवेदनों का निपटारा हो रहा है.
मंत्री ने कहा, 111 करोड़ से अधिक लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं. राष्ट्रीय विकास के ढांचे में देश के हर नागरिक को समाहित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. प्रसाद ने कहा कि आधार के लिए 47,192 पंजीकरण केंद्रों के लिए 135 रजिस्ट्रार व 612 पंजीकरण एजेंसियां काम कर रही हैं और प्रतिदिन 7-8 लाख आवेदनों का निपटारा कर रही हैं.
