चमोली। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के तबाही मची हुई है। इस तबाही में कई जिंदगियां हमेशा के लिए खामोश हो गईं, जबकि कई जिंदगी अभी भी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। यही नहीं 202 लोगों का अभी तक पता ही नहीं चल सका है। उत्तराखंड पुलिस की माने तो अभी तक 19 शवों को बरामद कर लिया गया है, जबकि लापता 202 लोगों की तलाश जारी है।
इस आपदा से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी तपोवन पहुंच चुके हैं। तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों को भी लगाया गया है। बता दें कि, रविवार हुए हादसे में रात में भी बचाव कार्य जारी रहा। नुकसान का आकलन जारी है।
कल के हादसे में अभी तक लगभग 202 लोगों के लापता होने की सूचना है, वहीं 19 के शव अलग अलग स्थानों से बरामद किए गए है। शोक और दुःख की इस घड़ी में प्रशासन आपके साथ है, कृपया सहयोग बनाए रखें। राहत-बचाव कार्य त्वरित रूप से जारी है। @Ashokkumarips pic.twitter.com/jOVa65M175
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 8, 2021

सुबह तड़के चार बजे से एक बार फिर बचाव कार्य शुरू हो गया है। सुरंगों के पास से मलबा हटाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इनमें काफी लोग फंसे हुए हैं। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है। राज्य सरकार चार और केंद्र सरकार दो लाख रुपये की सहयोग राशि देगी। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं।