नई दिल्ली। दो माह से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन के बीच पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विवादित हैशटैग के साथ ट्वीट करने पर सरकार ने ट्विटर को 250 अकाउंट सस्पेंड करने के निर्देश दिए थे। हालांकि कुछ समय बाद ये अकाउंट फिर से शुरू हो गए। ट्विटर के इस कदम से सख्त हुई सरकार ने किसान नरसंहार से जुड़े ट्वीट करने वाले अकाउंट को तत्काल बंद करने के आदेश दिए हैं। सरकार ने कहा कि अगर ट्विटर आदेश का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
केन्द्र सरकार ने ट्विटर को भेजे गए नोटिस में कहा है कि #ModiPlanningFarmerGenocide हैशटैग का इस्तेमाल लोगों को उकसाने, नफरत फैलाने के लिए किया गया था। यह हैशटैग समाज में तनाव पैदा करने के लिए चलाया गया था। नोटिस में सरकार ने कहा कि नरसंहार के लिए उकसाना अभिव्यक्ति की आजादी नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था के लिए खतरा है।’

नोटिस में सरकार ने आगे कहा कि ‘दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में सरकार ने विवादित ट्वीट करने वाले अकाउंट्स को ब्लॉक करने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी ट्विटर ने अपनी मर्जी से इन अकाउंट्स को दोबारा ऐक्टिवेट कर दिया।’ नोटिस में सरकार ने साफ कहा था कि ट्विटर निर्देशों को मानने के लिए बाध्य है। अगर वह सरकार के निर्देश नहीं ऐसा नहीं करता तो वह अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे।