Friday , 20 April 2018
एसबीआई के अधिकारियों की मानें तो एटीएम हैक हुए हैं या नहीं, अभी इस संबंध में कोई मेल या ऑफिशियल इंटीमेशन नहीं मिला है। फिलहाल सिक्योरिटी रीजंस की वजह से बैंक किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता है, इस वजह से वह संदेहास्पद एटीएम कार्ड को ब्लॉक कर रहे हैं। अधिकारियों का मानना है कि कुछ एटीएम में मालवेयर डालकर हैकर एटीएम यूजर्स की सारी डीटेल हासिल कर ले रहे हैं और इसके बाद वह उनके अकाउंट से पैसे विदड्रा कर ले रहे हैं। एसबीआई ने काफी तादाद में अपने यूजर्स के कार्ड ब्लॉक कर दिए हैं। जिन यूजर्स के डाटा हैक होने का संदेह है, उन्हें भी ब्लॉक कर दिया गया है.
एक तरफ जहां फ्रॉडियर्स कॉल कर यूजर्स को ठगने में लगे हुए हैं, वहीं एसबीआई भी फूंक- फूंक कर कदम बढ़ा रहा है। हाल में ही हैकिंग की सूचना के बाद एसबीआई ने जिन यूजर्स के डाटा हैक होने का खतरा है, उन्हें एसएमएस के थ्रू अलर्ट किया है, पिन न बदलने वालों के अकाउंट ब्लॉक कर दिए गए हैं। इसकी भी सूचना उन्हें एसएमएस के थ्रू दी गई है। अगर आपके पास भी कोई ऐसा एसएमएस आता है, तो तत्काल अपनी ब्रांच में संपर्क कर एटीएम पिन चेंज करें या फिर बैंक से दूसरा एटीएम अलॉट करवा लें
इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजेक्शन में हैकिंग के खतरे रहते हैं। कुकीज का इस्तेमाल कर हैकर आपके डाटा हासिल कर सकता है। इसलिए जिस सिस्टम पर नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें, उसके ब्राउजिंग डाटा क्लीयर कर दें। क्योंकि कंप्यूटर पर ऐसे सॉफ्टवेयर आते हैं, जिनके थ्रू सिस्टम में यूजर आईडी और पासवर्ड सेव हो जाते हैं। इसलिए सावधानी जरूरी है।
डॉ। उदय शंकर, टेक एक्सपर्ट
एटीएम हैक होने से संबंधित कोई भी ऑफिशियल जानकारी हेडक्वार्टर से नहीं मिली है। न ही किस वजह से हैकिंग हो रही है, इसकी डीटेल है। सिक्योरिटी के मद्देनजर एसबीआई अपने उन यूजर्स के कार्ड ब्लॉक कर रहा है, जिनके डाटा लीक होने के चांसेज हैं.
राजेश कुमार चौधरी, एजीएम, एसबीआई
बरतें सावधानी
– किसी भी अंजान व्यक्ति को एटीएम का कार्ड नंबर और पासवर्ड न बताएं।
– बैंक अधिकारी अगर फोन करके आपकी अकाउंट डीटेल मांगता है तो कभी न दें, क्योंकि बैंक कंज्यूमर्स से डाटा नहीं मांगता.
– एटीएम का पासवर्ड हर दो माह में जरूर बदल दें.
– एटीएम यूज करते वक्त इस बात का ध्यान दें कि की- बोर्ड ठीक है, या उस पर कुछ लगा तो नहीं है.
– अगर आपका मैग्नेटिक कार्ड है, तो इसे बदलकर नया कार्ड बैंक से जारी कराएं.
– अगर आपके खाते से बैलेंस निकाला गया है, तो टोल फ्री नंबर पर फोन कर कार्ड ब्लॉक करवा दें.
– एटीएम यूज करते वक्त अगर वहां कोई मौजूद है, तो उसे बाहर कर दें, ऐसी कंडीशन में एटीएम पिन हैक होने का खतरा रहता है।
– सिर्फ अपने सिस्टम पर नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें, अगर किसी दूसरे सेट पर मजबूरी में यूज करना पड़ जाए तो उसमें वर्चुअल की- बोर्ड यूज करें.