जदयू द्वारा एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के बाद बिहार की राजनीती गर्म है. जदयू के कोर कमिटी की बैठक के बाद केसी त्यागी ने यह ऐलान कर दिया कि वह रामनाथ कोविंद को समर्थन करेगी. केसी त्यागी ने कहा कि जदयू ने सोनिया और लालू यादव को अपने निर्णय के बारे में पहले ही बता दिया है.
हालांकि केसी त्यागी ने कहा कि जदयू के इस फैसले से महागठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि गठबंधन राष्ट्रपति के लिए नहीं बल्कि बिहार में सरकार चलाने के लिए हुआ हैं. पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास 1, अणे मार्ग पर सभी सांसदों और विधायकों से बारी-बारी से कोविंद के समर्थन के सवाल पर सीएम ने राय जानी थी.
उन्होंने कहा कि आज जदयू विपक्ष की होने वाली बैठक में भी शामिल नहीं होगी. केसी त्यागी ने कहा था कि जब गुलाम नवी आजाद आये थे तब उन्होंने रामनाथ कोविंद के नाम पर असहमति दिखाई थी इसके बाद जदयू का यह बड़ा फैसला लेना पड़ा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बिहार के पूर्व राज्यपाल राम नाथ कोविंद के साथ अच्छे संबंध रहे है. उन्होंने बिहार में अच्छे काम किये है इसलिए नीतीश कुमार ने रामनाथ कोविंद को सपोर्ट करने का फैसला लिया है.

फिर कोर कमिटी बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी, सांसद आरसीपी सिंह और मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने रामनाथ कोविंद को जदयू के समर्थन की औपचारिक घोषणा किया. आज विपक्ष किसी उम्मीदवार के नाम पर अपनी मुहर लगा सकती है. विपक्ष के तरफ से दो नामों की चर्चा जोरों पर है जिसमे दलित वनाम दलित के रूप में मीरा कुमार हो सकती और किसान कार्ड के रूप में एम एस स्वामीनाथन को चयनित किया जा सकता है.