आपको ये जानकारी हैरानी होगी जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी गए हैं वहाँ जाने के बाद अभी तक कोई भी नहीं रह पाया .जैसाकि आपको मालुम ही है मोदी सोमवार को अमरकंटक पहुंचे. यहां उन्होंने नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए उठाये जाने वाले कदमों की रुपरेखा जारी की और ‘नमामी देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ का समापन किया.
आपको बता दें कि अमरकंटक का अपना ही एक राजनीतिक इतिहास रहा है. इसके बारे में तरह- तरह की बाते सुनने को मिलती है. इसके बारे में ऐसा कहा जाता है जो भी नेता आता है, वह अपना पद गंवा देता है.इन बातों में जितनी सच्चाई है वो यहाँ का इतिहास के बारे में जानकर ही पता चलेगा.
बताया जाता है कि 1982 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जब अमरकंटक के दौरे पर आईं, तो उसके दो साल बाद ही 1984 में उनकी हत्या हो गई. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस के मामले से पहले यहां आये थे, और उस यात्रा के बाद उनकी कुर्सी चली गई थी.म.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह अपने कार्यकाल के दौरान यहां आये थे, और बाद में उन्हें कांग्रेस ही छोड़नी पड़ी.

इन सभी उदाहरणों में एक समानता है, ये सभी नेता हेलिकॉप्टर के जरिये अमरकंटक गये थे. यह उदाहरण सामने आने के बाद नेताओं ने हेलिकॉप्टर से यात्रा करने से परहेज़ किया, उमा भारती भी जब भी अमरकंटक गई तो सड़क मार्ग से ही गई.उत्तर प्रदेश में भी अमरकंटक की तरह ही ऐसा ही डर रहता है. कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा आता है, उसे उत्तरप्रदेश की सत्ता गंवानी पड़ती है.