नई दिल्ली। रामनगरी अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन कल यानी 5 दिसम्बर को सम्पन्न हो गया। वैदिक रीति से भूमिपूजन के लिए देश के तीर्थस्थलों की मिट्टी और नदियों का पवित्र जल आवश्यक माना गया है। ऐसे में पाक अधिकृत कश्मीर (pok) स्थित शारदा पीठ से भी पवित्र मिट्टी लाई गई। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के चलते पीओके में किसी भारतीय का प्रवेश वर्जित है। ऐसे में अपने आराध्य भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए शारदा पीठ की पवित्र मिट्टी लाने का काम एक भारतवंशी दम्पति ने पूरा किया। खास बात ये है कि दम्पति चीन के पासपोर्ट पर पीओके पहुंचा और वहां से पवित्र मिट्टी लेकर हांगकांग के रास्ते भारत आया।

मूलरूप से कर्नाटक के रहने वाले वेंकटेश रमन और उनकी पत्नी पीओके से शारदा पीठ की मिट्टी राममंदिर के लिए ले आए। वेंकटेश रमन और उनकी पत्नी चीन में रहते हैं। श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में पवित्र मिट्टी पहुंचाने के लिए सेवा शारदा पीठ ने किसी तरह उनसे सम्पर्क किया था। पीओके में भारतीयों के जाने पर पाबंदी के नाते वेंकटेश रमन और उनकी पत्नी को चीन के पासपोर्ट पर वहां भेजा गया। यह दंपति हांगकांग से पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद पहुंचा। इसके बाद शारदा पीठ जाकर वहां का प्रसाद और मिट्टी लेकर दम्पति हांगकांग होते हुए दिल्ली पहुंच गए। यहां दंपति ने सेवा शारदा पीठ के सदस्य अंजना शर्मा को मिट्टी और प्रसाद सौंपा।
