Monday , 23 April 2018
सोशल ट्रेड के नाम पर 3700 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश, लाखों लोगों की डूबी गाढ़ी कमाई!
रामगोपाल यादव ने कहा की शिवपाल यादव को अंदाजा नहीं है की वह क्या कह रहे हैं
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आम बजट 2017-18 में व्यक्तिगत आयकर की सबसे छोटी स्लैब को घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया, जिसका लाभ सिर्फ कम आय वालों को ही नहीं, ज़्यादा कमाने वालों तक भी पहुंचेगा, लेकिन वे टैक्स विशेषज्ञ निराश हैं, जिन्हें सेक्शन 80सी के तहत करमुक्त बचत सीमा में बढ़ोतरी की उम्मीद थी. ‘टैक्समैन’ के निदेशक राकेश भार्गव का कहना है, इस बजट में (इनकम टैक्स एक्ट की) सेक्शन 80सी की सीमा को डेढ़ लाख से बढ़ाकर दो लाख रुपये किया जा सकता था, क्योंकि मौजूदा सीमा पीएफ, बीमा, ट्यूशन फीस जैसे सभी भुगतानों को कवर करने के लिए पर्याप्त नहीं है. इसके अलावा बच्चों के लिए पढ़ाई भत्ता, मेडिकल री-इम्बर्समेंट तथा होस्टल भत्ता जैसे कुछ भत्ते बहुत साल पहले निर्धारित किए गए थे, सो, इस बजट में उन्हें भी बढ़ाया जा सकता था.
टैक्स कानूनों में हुए 10 अहम बदलाव, जो आपकी ज़िन्दगी पर असर डालेंगे.