Wednesday , 25 April 2018
तमिलनाडु में सरकार बनाने की कोशिश कर रही एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला को एक और बड़ा झटका लगा है। तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पंडियाराजन शनिवार को पन्नीसेल्वम खेमे में शामिल हो गए। अवाडी से विधायक मंत्री ने ट्वीट किया, ‘हमने अपने वोटर्स की आवाज पर अम्मा का सम्मान रखते हुए और एआईएडीएमके को एकजुट बनाए रखने के लिए फैसला लिया।’ कुछ दिन पहले तक पंडियाराजन शशिकला के समर्थक थे। उन्होंने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि शशिकला ने पार्टी के 130 विधायकों को बंधक बनाया है।
पहले ट्वीट करके पंडियाराजन ने कहा था कि पन्नीसेल्वम को डीएमके ने भड़काया है, जिसकी वजह से वे पार्टी को तोड़ रहे हैं और सत्ता हथियाना चाहते हैं। शिक्षा मंत्री की एंट्री पन्नीसेल्वम की स्थिति को और ज्यादा मजबूत कर रही है, इसके साथ ही यह शशिकला के साथ छोड़ने के लिए बढ़ावा मिल सकता है। शुक्रवार को पार्टी के दो सांसद अशोक कुमार और पीआर सुंदरम ने पन्नीसेल्वम को अपना समर्थन ऑफर किया था।
वहीं दूसरी ओर शशिकला ने उनका समर्थन करने वाले विधायकों की राज्यपाल के सामने परेड कराने के लिए सी विद्यासागर राव से समय मांगा है। शशिकला ने कहा कि उनका मानना है कि राज्यपाल संविधान की प्रभुसत्ता, लोकतंत्र और तमिलनाडु के हित को बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे।
राज्यपाल को लिखे पत्र में शशिकला ने कहा कि वह नौ फरवरी को उनसे अपने वरिष्ठ मंत्रियों से मिलीं थीं और उन्होंने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा ताकि वह उन्हें उनको अपना नेता चुनने वाले पार्टी विधायकों का एक पत्र सौंप सकें। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि उन्होंने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए बुलाने के वास्ते विस्तार से बताया था क्योंकि उनके पास पूर्ण बहुमत है। वास्तविक पत्र के साथ ही उन्हें अन्नाद्रमुक के विधायक दल का नेता चुनने वाले प्रस्ताव की वास्तविक प्रति भी है।