मध्यप्रदेश में एक पूर्व भाजपा नेता के बेटे को पांच जिलों से तड़ीपार कर दिया गया है। हरदा जिला प्रशासन ने मंगलवार को पूर्व भाजपाको पांच जिलों की सीमारेखा में प्रवेश करने पर रोक लगा दिया।
बता दें कि सुदीप पर 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सुदीप के पिता शिवराज सरकार में राजस्व मंत्री रह चुके हैं। उनके पिता कमल पटेल का कहना है कि खनन और बालू माफिया के खिलाफ दो हफ्ते पहले चलाए गए अभियान की वजह से जिला प्रशासन ने ये कदम उठाया है।
उनका कहना है कि हरदा, देवास, सीहोर और होशंगाबाद में नर्मदा नदी से अवैध खनन किया जा रहा है जिसके खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (एनजीटी) में शिकायत की थी। कमल पटेल ने इससे पहले जिलाधिकारियों और पुलिस पर बालू माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाया था। इसके लिए उन्होंने एक अभियान भी चलाया था।

कमल पेटल ने कहा, मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं। मैंने बालू माफिया का मुकाबला करने की हिम्मत की है। मुझे और मेरे बेटे को कई जाली मामलों में फंसाया गया है। लेकिन मैं संघर्ष जारी रखूंगा।
बता दें कि कमल पटेल और उनके बेटे पर साल 2013 में गौहत्या की अफवाह के बाद सांप्रदायिक दंगा कराने का भी आरोप है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई है। याचिका में आरोप लगाया है कि पटेल और उनके बेटे को बचाने के लिए राज्य प्रशासन सही से जांच नहीं किया।