बिहार विधानसभा और उसके बाहर नीतीश कुमार के खिलाफ तीखा हमला बोलने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है. विश्वास मत के बाद बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि राहुल गांधी को सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास करना चाहिए और उन सबको बीजेपी के खिलाफ एक प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा, ”राहुल गांधी बहुत ही जिम्मेदार राजनेता हैं. उनको इस चुनौती को स्वीकार करना चाहिए. जब मैं उनसे दिल्ली में मिला था तब भी उनसे मेरी इस मसले पर बातचीत हुई थी. वह ऐसा कर सकते हैं. वह ऐसा करने में सक्षम हैं. उनको इस दिशा में सोचना शुरू करना चाहिए.
इस दौरान विधानसभा के बाहर और अंदर RJD और कांग्रेस ने जमकर नारेबाजी की. विश्वासमत को लेकर तेजस्वी ने कहा कि अगर गुप्त मतदान होता तो नीतीश हार जाते. हमने अध्यक्ष से मांग की थी, लेकिन इसे नहीं माना गया. विधायकों को सीएम आवास में कैद रखा गया. आखिर एक मंजे हुए खिलाड़ी ने आरएसएस और बीजेपी के सामने घुटने टेक दिए हैं. नीतीश कुमार बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए हैं. उनके फैसले से बिहार की जनता आहत है. हम जनता के बीच जाकर सब कुछ बताएंगे.

इससे पहले शुक्रवार को नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया. नीतीश के पक्ष में 131 वोट पड़े और विरोध में 108 वोट पड़े. राजद ने सदन से वॉकआउट किया और सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई है. नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया है कि जो किया बिहार के लिए किया. अब राज्य और केंद्र में एक ही सरकार होगी.