यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बावजूद कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस भले ही सुरक्षा व्यवस्था के तमाम दावे कर रही हो, लेकिन बुधवार दोपहर आला अफसरों की मौजूदगी में पुलिस की घोर लापरवाही से पुलिस लाइन में कमिश्नर को लेकर आया हेलीकॉप्टर नहीं उतर सका। रास्ता भटकता देख पायलट को खाली पड़े रिमाउंट डिपो के मैदान में हेलीकॉप्टर उतारना पड़ा।
अचानक मैदान में हेलीकॉप्टर उतरने से लोग सकते में आ गए। जहां हेलीकॉप्टर उतरा उसके कुछ दूरी पर कांवड़ शिविर भी लगे हैं। जनकापुरी थाना प्रभारी शैलेन्द्र शर्मा ने वायरलेस सेट पर हेलीकॉप्टर उतरने का मैसेज प्रसारित किया तो पुलिस लाइन में बैठे पुलिस अफसरों के कान खड़े हुए। आनन-फानन में पुलिस लाइन के ग्राउंड में स्मोक कैंडिल जलवाया और हेलीकॉप्टर को पुलिस लाइन लाया गया। यहां से कमिश्नर, डीएम पीके पांडेय व एसएसपी हेलीकॉप्टर में सवार हुए और कांवड़ यात्रा का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के बाद हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन लौट आया।

अचानक मैदान मे उतरे हेलीकॉप्टर को देख अफरा-तफरी मच गई। पुलिस अफसरों को चूक का अहसास हुआ तो आनन-फानन में हेलीकॉप्टर को पुलिस लाइन लाया गया और वहां से अधिकारी उसमें सवार होकर कांवड़ यात्रा की सुरक्षा देखने के लिए उड़े। सहारनपुर मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल को आज डीएम पीके पांडेय और कप्तान के साथ कांवड यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हवाई सर्वेक्षण करना था। मुजफफरनगर से उड़कर हेलीकॉप्टर को सहारनपुर पुलिस लाइन में दोपहर करीब 11.45 बजे उतरना था। यहां एसएसपी बबलू कुमार व डीआईजी केएस इमैनुअल मौजूद थे। पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर के उतरने की तमाम तैयारियों के दावे किए गए थे, लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस स्मोक कैंडिल जलाना भूल गई। हेलीकाप्टर पुलिस लाइन के ऊपर पहुंचा और चक्कर भी काटे, लेकिन किसी को स्मोक कैंडिल का ख्याल नहीं आया। स्मोक कैंडिल न जलने पर पायलट को रास्ता भटकने का अहसास हुआ और उसने जनकपुरी थाना क्षेत्र में खाली पड़े सेना के रिमाउंट डिपो के मैदान में हेलीकॉप्टर उतार दिया।