नई दिल्ली। हमारे देश में कई रहस्यमयी चीजें ऐसी हैं, जिनका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। आज हम आपको एक रहस्यमयी पेड़ (Tree) के बारे में बताने जा रहे हैं। यह रहस्यमयी पेड़ हरियाणा के नूंह जिला मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर स्थित है। आपको यह जान के हैरानी होगी कि पेड़ से अपने आप पानी कैसे निकलता है।
ऐसा माना जाता है कि पेड़ से निकलने वाले पानी को पीते ही चर्म रोग समेत दूसरी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। तो वही वैज्ञानिकों का दावा है, कि ये जीवाश्म मत्स्य युग के हैं, जो धरती पर 4190 से 3590 लाख साल पहले अस्तित्व में थे।
गौरतलब हैं कि यह पेड़ काफी समय से लोगों के लिए आश्चर्य का विषय बना हुआ है। हैरानी वाली बता ये हैं कि कई लोग इस रहस्यमयी पेड़ का दर्शन भी करने के लिए आते हैं। ये चमत्कारिक पेड़ प्राचीन अरावली पर्वतमाला की जड़ों में स्थित एक मंदिर में लगा हुआ है।
बता दें कि इस पेड़ की खासियत यह है कि इससे लगातार अपने आप ही पानी निकलता रहता है। यहां के लोगों का मानना है कि इस चमत्कारी पानी का सेवन करने से सभी रोग दूर हो जाते हैं। यह कदंब का पेड़ है।

हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब क्रिस्टोफर बेरी और उनके सहयोगियों ने एक प्राचीन जंगल का पता लगाया है। 19वीं शताब्दी में शोधकर्ताओं को काहिरा साइट से लगभग 40 किलोमीटर दूर न्यूयॉर्क के गिल्बोआ में एक जंगल का जीवाश्म मिला था, जो 3820 लाख साल पुराना बताया गया था।
बता दें कि पेड़ से पूरे साल पानी निकलने के पीछे कौन सा ऐसा रहस्य है, जो आज तक कोई भी नहीं जान पाया है। वैज्ञानिकों ने भी इस पेड़ के ऊपर कर शोध किए लेकिन कुछ भी नहीं पता चल सका।
मान्यता है कि इस पेड़ में किसी दिव्य शक्ति का वास है। बता दें कि पेड़ के पास स्थित मंदिर को नल्हड़ेश्वर के नाम से जानते हैं। जिन लोगों को कोई भी तकलीफ होती है वे पेड़ से पानी भरकर ले जाते हैं, और फिर इस पानी को यूज़ करते हैं।