नई दिल्ली। दुनिया में कई ऐसी जगह हैं जिनका रहस्य आज भी अबूझ पहली है। ऐसी ही एक रहस्यमयी जगह मैक्सिको के प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में स्थित ‘टिल्टेपैक’ गांव है। टिल्टेपैक गांव की करीब 60 झोपड़ियों 300 से ज्यादा लोग रहते हैं। इस गांव की खास बात यह है कि यहां पर आदमी से लेकर कुत्ते, बिल्ली, गाय और भैंस तक सब अंधे हैं।
सदियों से अंधेरे में डूबे इस गांव का रहस्य आज तक कोई नहीं समझ सका है। यहां तक बिजली नहीं पहुंची है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें चिड़ियों की आवाज से सुबह का पता चलता है और लोग अपने काम पर निकल जाते हैं। चिड़ियों का चहकना बंद होने पर इन्हें शाम का आभास होता है और लोग अपने घरों की ओर निकल पड़ते हैं। ये लोग घने जंगलों के बीच रहते हैं और आधुनिक सभ्यता और विकास से कोसों दूर हैं।
टिल्टेपैक गांव में रहने वाले जापोटेक जाति के लोग विकसित समाज से काफी दूर हैं। कुछ समय पहले मीडिया के जरिये सरकार को इनकी समस्या का पता चला तो सरकार को जब इन लोगों की इस बीमारी के बारे में मालूम हुआ तो तो उनका इलाज करने की कोशिश की गई लेकिन ये बेकार रहा। सरकार ने इन लोगों को दूसरे स्थानों पर बसाने की कोशिश की लेकिन उनका शरीर अन्य जलवायु में स्वस्थ रह सके ये संभव नहीं दिखाई पड़ा और उन्हें उनके हाल पर छोड़ देना पड़ा।

यहां के लोग पत्थर की बनी झोपड़ियों में रहते हैं और पत्थरों पर ही सोते हैं। घरो में एक छोटे से द्वार के अलावा कोई रौशनदान या खिड़की नहीं होती। यहां पैदा होने वाले बच्चे आम बच्चों की तरह पूरी तरह सामान्य होते हैं लेकिन कुछ सप्ताह के बाद ही वे भी अंधे हो जाते हैं।