नए साल के जश्न के लिए उत्तराखंड के पर्यटन स्थल तैयार हैं। यहां होटल फुल हो चुके हैं। वीकेंड होने के चलते शनिवार से ही पर्यटक यहां पहुंचना शुरू हो गए थे। वहीं, अब पर्यटक बर्फबारी का भी इंतजार कर रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने नए साल के पहले हफ्ते में मौसम सामान्य रहने के आसार जताए हैं।
औली में लगभग सारे होटल व होम स्टे बुक हो चुके हैं। जिन लोगों को यहां रूम नहीं मिल रहे वह अब जोशीमठ का रुख कर रहे हैं। ऐसे में अब जोशीमठ में भी भारी संख्या में बुकिंग आने लग गई हैं। अब पर्यटकों को बर्फबारी का इंतजार है। शनिवार दोपहर बाद अचानक बादल छाने से नए साल पर बर्फबारी के आसार बनते नजर आ रहे हैं।
निगम के जोशीमठ स्थित होटल में भी 80 प्रतिशत तक बुकिंग आ चुकी है। नए साल के जश्न को लेकर पर्यटकों के लिए गढ़वाली व्यंजनों के साथ संगीत की भी व्यवस्था की गई है। कई जगह पर कैंप फायर के भी इंतजाम हैं।
नए साल के जश्न के लिए मसूरी पूरी तरह से तैयार है। शहर के अधिकांश होटल, होम स्टे पर्यटकों से एडवांस बुक हो गए। शहर को विशेष प्रकार की लाइटिंग से सजाया गया। कपल के लिए होटल रूम और खाने के लिए विशेष पैकेज दिए जा रहे हैं।पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिल उठे हैं, वहीं पुलिस ने भी किसी प्रकार के हुड़दंग से निपटने के लिए कमर कस ली है। वीकेंड पर शहर में सुबह से पर्यटकों का तांता लगा रहा जिससे शहर के चौक-चौराहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। जाम खोलने के लिए पुलिस ने ठंड में भी खूब पसीना बहाया।
नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए नैनीताल में पर्यटकों का आना शुरू हो गया है। रविवार की रात जश्न मनाने के लिए जहां सैलानी तैयार हैं वहीं प्रशासन और पर्यटन कारोबारियों ने भी खास इंतजाम किए हैं। नैनीताल के समीपवर्ती पंगोट, भवाली, मुक्तेश्वर और रामगढ़ में भी सैलानियों की चहलकदमी शुरू हो गई है। होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे में कुमाऊंनी व्यंजन के साथ ही लाइव सिंगिंग, गेम्स, कपल डांस आदि के इंतजाम किए गए हैं।
कुमाऊं मंडल के गैस्ट हाउस (टीआरएच) 90 प्रतिशत फुल हो चुके हैं। यहां पर्यटकों को पहाड़ी व्यंजन परोसे जाएंगे। कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि पर्यटकों को ठंड से बचाने के विशेष इंतजाम किए गए हैं। भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, भवाली, कैंची, मुक्तेश्वर और रामगढ़ के पर्यटन स्थल भी तैयार हैं। नौकुचियाताल में जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया की ओर से झील किनारे बिजली की मलाएं लगाकर झील को संजाया गया है।
औली सहित अन्य जगह घूमने के लिए आ रहे पर्यटक बड़ी संख्या में नीती घाटी भी पहुंच रहे हैं। पर्यटक यहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ टिम्मरसैंण महादेव में बाबा बर्फानी के दर्शन भी कर रहे हैं। हालांकि क्षेत्र में कड़ाके की ठंड के चलते शाम होने से पहले सभी जोशीमठ वापस लौट रहे हैं।