प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इसके लिए तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। बृहस्पतिवार को तीन संदिग्ध आतंकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था और भी चाक-चौबंद कर दी गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या आएंगे। इस दौरान सीएम यहां रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को परखेंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से जुड़ी व्यवस्थाओं को देखेंगे। विभिन्न विकास परियोजनाओं का निरीक्षण भी करेंगे। जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी शुरू कर दी है।
बढ़ाई गई निगरानी
खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े तीन संदिग्ध युवकों के पकड़े जाने के बाद एटीएस हाई अलर्ट मोड में आ गई है। बृहस्पतिवार को एटीएस के कमांडो ने वाहनों के काफिले के साथ रामनगरी की सुरक्षा परखी। नयाघाट से श्रीरामजन्मभूमि तक महत्वपूर्ण स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है
स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीमें मुस्तैद, 257 मजिस्ट्रेट भी तैनात
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल टीमें मुस्तैद कर दी हैं। इनमें शिफ्टवार विशेषज्ञ चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। ये टीमें अलग-अलग स्थानों पर मौजूद रहेंगी। सूचना मिलते ही रवाना होंगी। नोडल अधिकारी डॉ. राममणि शुक्ला ने बताया कि सीएमओ कार्यालय व आवास, बूथ नंबर चार, रामकथा संग्रहालय पर ये टीमें तैनात रहेंगी। उधर, शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर इंतजाम करने के लिए 257 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।
प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कंट्रोल रूम सक्रिय
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी के लिए जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट परिसर में निर्वाचन कार्यालय के पास नए भवन में कंट्रोल रूम बनाया है। इसमें प्रभारी के साथ जिले स्तर के अधिकारी और कर्मचारी लगाए गए हैं। सीडीओ अनीता यादव के नेतृत्व में यहां तैयारियों को लेकर कार्य किया जा रहा है। यहां से जानकारी देने और सूचनाएं प्राप्त करने का काम किया जा रहा है।
अलग-अलग जिले से पहुंची जवानों की टुकड़ी
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए बृहस्पतिवार को जवानों की आखिरी टुकड़ी भी पहुंच गई। इनमें प्रदेश के विभिन्न जिलों की पुलिस के अलावा, आरआरएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, पीएसी आदि जवान शामिल हैं। अधिकारियों ने इन्हें कर्तव्यबोध कराते हुए तैनाती स्थल के लिए रवाना किया।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर विभिन्न जिलों से लगभग 10,000 से अधिक जवानों को बुलाया गया है। इनमें 100 से अधिक डीएसपी, 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षक, वीआईपी सुरक्षा के लिए तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 निरीक्षक आदि शामिल हैं। अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनी आरआरएफ, दो कंपनी एसएसबी, एक कंपनी आईटीबीपी व 26 कंपनी पीएसी के जवान भी पहुंचे हैं। बृहस्पतिवार को इन जवानों को अतिथियों के स्वागत-सत्कार व व्यवहार के प्रति सचेत करके विभिन्न स्थानों पर रवाना किया गया। एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि पर्याप्त संख्या में जवान पहुंच गए हैं। इन्हें विभन्न स्थानों पर तैनात किया गया है।
एटीएस कमांडो ने किया रिहर्सल
बृहस्पतिवार की दोपहर करीब दो बजे एटीएस के कमांडो ने वाहनों के काफिले के साथ रिहर्सल किया। आगे-आगे बाइकों पर कमांडो, पीछे काली गाड़ियों में बैठे जवान आदि को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लग गया। नयाघाट से लेकर श्रीरामजन्मभूमि तक विभिन्न प्वाइंट पर रुककर जवानों ने सुरक्षा का एहसास दिलाया।