नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद देश में एक बार फिर से एनडीए सरकार (NDA) बनने जा रही है। पीएम मोदी 9 जून को शाम 6 बजे शपथ लेंगे। इससे पहले आज एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें नरेंद्र मोदी को एनडीए के संसदीय दल का नेता चुना गया। इस दौरान उन्होंने घटक दलों का आभार जताया और विपक्षी दलों पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है। हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है।
उन्होंने आगे कहा, हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में pre poll alliance इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है। एनडीए के सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है। ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड… वैसा ये समूह है। एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है।
पीएम ने कहा, मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वॉलिटी ऑफ लाइफ… मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है।
सामान्य मानवी के जीवन में से सरकार की दखल जितनी कम होगी, उतनी ही लोकतंत्र की मजबूती होगी। साथ ही कहा, हम विकास का नया अध्याय लिखेंगे, गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे,जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे, और सब मिलकर के विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।
साथ ही कहा, इस चुनाव में दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना… जहां अभी हाल ही में उनकी (कांग्रेस) सरकारें बनी थीं। लेकिन पल भर में इनसे लोगों का विश्वास टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। मैं तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। आज तमिलनाडु में काफी तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि बन कर आया है।
4 जून के पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए… ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को भी नहीं छू पाई।