भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली : अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, कहां तो भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली क्योंकि अब वो टैक्स की नयी स्लैब ला रहे हैं। जब ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ हैं तो ‘एक टैक्स’ का नारा सही मायनों में झूठा ही साबित हुआ ना।

दरअसल टैक्स की रेट्स को बेतहाशा बढ़ाने के पीछे एक बड़ा खेल है। ये राजस्व बढ़ाने से ज़्यादा भ्रष्टाचार बढ़ाने और फिर अधिकारियों के माध्यम से दुकानदारों, कारोबारियों पर दबाव बढ़ाकर ज़्यादा वसूली की भाजपाई योजना है। दुनिया का नियम है कि जितनी अधिक कर की दर होती है, उतनी ही अधिक कर की चोरी होती है, और जितनी अधिक कर की चोरी होती है, उतनी ही अधिक भ्रष्ट सत्ताधारियों की कमाई होती है।

भाजपा सरकार में टैक्स चुराने के लिए और उससे वसूली के लिए, पिछले दरवाज़े के रास्ते पहले तैयार कर लिए जाते हैं, उसके बाद कोई नयी टैक्स प्लानिंग सामने के दरवाज़े से बाहर आती है।
हर टैक्स को चुकाने का बोझ आख़िर में जनता पर ही आता है, इसीलिए घूम फिरकर टैक्स की चक्की में जनता ही पिसती है, जनता ही मारी जाती है।

Related Articles

Back to top button