नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आज अरविंद केजरीवाल जंतर-मंतर पर जनता की अदालत में पहुंचे हैं। अरविंद केजरीवाल जनता की अदालत को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है। आज जब मैंने इस्तीफा दिया है, कुछ दिन में मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा, आज दिल्ली में मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है। मैंने दस साल में केवल आपका आशीर्वाद कमाया है। मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था, मुझे सत्ता का लालच, सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है, मैं पैसे कमाने नहीं आया, पैसे कमाने होते तो मैं इनकम टैक्स की नौकरी करता था, उसमें करोड़ो रुपए कमा लेता बल्कि हम तो देश के लिए आए थे।
उन्होंने कहा, पिछले दस साल से हम दिल्ली में ईमानदारी से सरकार चला रहे हैं। जनता को फ़्री बिजली-पानी दे रहे हैं। महिलाओं की बस और बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा दे रहे हैं। सरकारी स्कूलों और अस्पतालों को शानदार बना रहे हैं। इससे परेशान होकर मोदी जी ने सोचा कि अगर आम आदमी पार्टी से चुनाव जीतना है तो हमारी ईमानदारी पर चोट करो और इसलिए हमें झूठे मामले में फँसाकर जेल भेज दिया। मैं राजनीति में पैसे कमाने नहीं बल्कि देश और जनता की सेवा करने आया था और आज भी जनता की सेवा कर रहा हूं।
इसके साथ ही कहा, मैं नेता नहीं हूं, मेरी चमड़ी मोटी नहीं है। मुझे फ़र्क़ पड़ता है। जब BJP वाले मुझ पर कीचड़ फेंकते हैं, मुझ पर झूठा आरोप लगाते हैं तो मुझे फ़र्क़ पड़ता है। मैंने अपने जीवन में इज्जत कमाई है और आज जब इन्होंने मुझ पर आरोप लगाया तो मर्यादा को ऊपर रखते हुए मैंने इस्तीफ़ा दे दिया और अब मैं अपना सरकारी घर भी छोड़ दूंगा। आज मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है। मैंने 10 साल में जनता का प्यार और आशीर्वाद कमाया है और इसी प्यार की वजह से तमाम लोग मुझे अपने घर पर रहने के लिए बुला रहे हैं। मैं श्राद्ध के बाद मुख्यमंत्री आवास छोड़ दूँगा और आप लोगों में से ही किसी के घर में रहना शुरू कर दूँगा।
दिल्ली का विधानसभा चुनाव मेरी अग्नि परीक्षा है। अगर आपको लगता है कि मैं ईमानदार हूं तब ही मुझे वोट देना। अब झाड़ू आम आदमी पार्टी का केवल चुनाव चिन्ह नहीं रह गया है। इस बार अगर आपको लगे कि हमने आपके लिये काम किया है और केजरीवाल ईमानदार है, तभी EVM में झाड़ू का बटन दबाना।