Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के दुमका में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, 2014 में आपने मोदी को आशीर्वाद दिया था। तब पूरा देश कांग्रेस के कुशासन से तंग आ चुका था। रोज-रोज घोटाले होते थे, कांग्रेस गरीबों के नाम पर पैसे लूटने में 24*7 लगी हुई थी। मोदी ने आकर वो सब बंद कर दिया। जनता का पैसा आज जनता के हित में इस्तेमाल हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ हमारे गांव, गरीब, दलित और आदिवासी परिवारों को हुआ। हमारी माताएं-बहनें, जिन्हें पहले की सरकारों ने पूछा तक नहीं, मोदी ने उन्हें पूजा है। हमने उनका जीवन बदला, उनकी परेशानी दूर की।
उन्होंने आगे कहा, जो काम 10 साल में हुआ है, अब अगले 5 साल उसे और आगे बढ़ाना है।
अगले 5 साल में 3 करोड़ माताओं-बहनों को लखपति दीदी बनाने का मेरा संकल्प है। 4 जून के बाद नई सरकार बनेगी। सरकार बनने के बाद मैं 3 करोड़ और पक्के घर गरीबों के लिए बनाऊंगा। JMM, कांग्रेस और RJD खुलेआम, बेशर्मी के साथ धमकी दे रहे हैं। वो कह रहे हैं कि मोदी को हटाना है, ताकि उनको फिर से घोटाले करने का मौका मिल सके। JMM और कांग्रेस झारखंड को हर तरह से लूट रहे हैं। यहां इतने खूबसूरत पहाड़ है, लेकिन झारखंड की चर्चा नोटों के पहाड़ के लिए हो रही है।
पीएम ने कहा, JMM और कांग्रेस वालों के यहां नोटों के पहाड़ पकड़े जा रहे हैं। आप जानते हैं, ये पैसा कहां से आ रहा है? ये पैसा आ रहा है शराब के घोटाले से, ये पैसा आ रहा है करोड़ों रुपयों के टेंडर के घोटाले से, ये पैसा आ रहा है खान-खनिज-खनन घोटाले से। इन लोगों ने जमीनें हड़पने के लिए अपने माता-पिता का नाम बदल दिया। अब गरीबों और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। इन लोगों ने तो सेना की जमीन को भी लूट लिया। आपको झारखंड को इन लोगों से मुक्ति दिलानी ही होगी।
BJP दलित, वंचित और आदिवासियों के लिए समर्पित है, समर्पण और सेवा भाव से काम करती है। हमने आदिवासी कल्याण के लिए 4 गुणा से ज्यादा बजट बढ़ाया। हम जनजातीय इलाके में 400 से ज्यादा एकलव्य आवासीय विद्यालय बना रहे हैं। आदिवासी इलाकों में खनिज का पैसा आपके बच्चों के लिए खर्च हो, हमने इसके लिए कानून बनाया। हमारी सरकार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाती है। इंडी गठबंधन के लिए सिर्फ अपना वोटबैंक जरूरी है। उसे आदिवासी समाज के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। जहां-जहां ये लोग सत्ता में आए, आदिवासी समाज और संस्कृति खतरे में पड़ गई। आदिवासियों के खिलाफ इनके हथियार हैं – नक्सलवाद, घुसपैठ और तुष्टीकरण!