नई दिल्ली। कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेता ने सोमवार को प्रेसवार्ता किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, पिछले दिनों मोदी सरकार एक फर्जी वाइट पेपर लेकर आई। विडंबना ये है कि मोदी सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड नहीं दिखा रही, बल्कि 10 साल पहले की सरकार का लेखा-जोखा लेकर आई है। मेरी मोदी सरकार को खुली चुनौती है… वे अपने बनाए मानक पर कांग्रेस और बीजेपी सरकार के 10 साल के आंकड़े रखकर देख ले- दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। लेकिन मोदी सरकार में ऐसा करने की हैसियत और हिम्मत नहीं है।
सुप्रिया श्रीनेता ने कहा कि, कोरोना आने से पहले हमारे देश की जीडीपी ग्रोथ आधी हो गई थी, जिसका कारण नोटबंदी और गलत जीएसटी थे। 2016 के बाद 2019 में जीएसटी ग्रोथ 3.9 प्रतिशत पर आकर गिर गई थी और देश में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी थी। यह सरकार की विफल नीतियों का प्रमाण है, जिसका ठीकरा कोरोना पर नहीं फोड़ा जा सकता। आज भी हमारे देश की जीडीपी 6 प्रतिशत के आसपास है, जबकि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं कोरोना से उबरकर आगे बढ़ चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि, कृषि क्षेत्र में नौकरियों का बढ़ना और मैन्युफैक्चरिंग व सर्विसेज में नौकरियां घटना-किसी भी बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए ठीक नहीं है। मोदी सरकार में मैन्युफैक्चरिंग की एवरेज ग्रोथ रेट 6 प्रतिशत से कम रही है। वहीं कांग्रेस के समय इसकी ळक्च् में 17 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जो अब 14 प्रतिशत रह गई है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उपभोग कम हो गया है, लोगों की आय नहीं बढ़ रही है। इस सरकार में ग्रामीण श्रमिकों की आय सिर्फ 1 प्रतिशत बढ़ी है।
इसके साथ ही कहा, देश में नौकरी छोटे-लघु-मध्यम उद्योग बनाते हैं, लेकिन पिछले 4 साल में 33 हजार एमएसएमईएस बंद हो गई हैं। आज जन्म ले रहे हर बच्चे के ऊपर 1 लाख 13 हजार रुपए से ज्यादा का कर्ज चढ़ा दिया गया है। जो कर्ज कांग्रेस सरकार के दौरान 58 लाख करोड़ रुपए का था, वह मोदी सरकार में 173 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का हो गया है।