देश की ज्यादातर पार्टियां बड़े-बड़े पूंजीपतियों के सहारे हैं चलती, जो गरीब व किसान विरोधी होने का प्रमुख कारण: मायावती

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा,देश की अधिकतर पार्टियां बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों के धनबल के सहारे अपनी राजनीतिक गतिविधियां व चुनाव आदि लड़ाती हैं जैसा कि वर्ष 2023-24 में इनको मिले अकूत धन के आंकड़ों से साबित है, जो इनके धन्नासेठ-समर्थक एवं गरीब व किसान विरोधी होने का प्रमुख कारण है।

मीडिया के अनुसार वर्ष 2023-24 में भाजपा को पहले, बीआरएस को दूसरे व कांग्रेस को तीसरे नम्बर पर करोड़ों-अरबों रुपयों का चंदा मिला है, जबकि बीएसपी ही एक ऐसी पार्टी है जो अपने गरीब कार्यकर्ताओं के खून-पसीने की कमाई पर ही निर्भर रहती है। अतः सहारा लेकर इशारों से पाक-साफ है।

उन्होंने आगे कहा, इससे कांग्रेस के दोहरे चाल, चरित्र व चेहरा का भी पर्दाफाश होता है कि वह पूंजीपतियों का विरोध करके संसद अवरोध करती है किन्तु उन्हीं धन्नासेठों से धन लेकर पार्टी चलाती है और सरकार बनने पर उन्हें लाभ पहुंचाने का कार्य करती है, जो इनकी राज्य सरकारों के कार्यकलापों से स्पष्ट है।

इसी प्रकार, भारतरत्न परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मामले में उनका व उनके अनुयाइयों की उपेक्षा व तिरस्कार करती है, लेकिन उनके वोट के स्वार्थ की खातिर किस्म-किस्म की छलावापूर्ण राजनीति भी करती है, जिससे लोगों को हमेशा ही सावधान रहने की जरूरत है।

Related Articles

Back to top button