पीसीएस : दस्तावेज लेखक का बेटा बना डिप्टी कलेक्टर

पीसीएस 2023 परीक्षा का परिणाम मंगलवार रात घोषित कर दिया गया। हरदोई के नबीपुरवा निवासी सात्विक श्रीवास्तव ने पीसीएस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल कर पूरे जिले का मान बढ़ाया है। रात लगभग 9:45 बजे इसकी जानकारी मिलते ही परिवार में जश्न का माहौल हो गया। सात्विक के पिता दस्तावेज लेखक हैं।

शहर में धर्मशाला रोड पर स्थित नबीपुरवा निवासी सात्विक श्रीवास्तव को तीसरे प्रयास में सफलता मिली है। सात्विक पढ़ने में बचपन से ही होशियार रहे हैं। हाई स्कूल की परीक्षा शहर के सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल से वर्ष 2013 में 10 सीजीपीए के साथ पास की थी। 

इसी विद्यालय से 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा 94.8 फ़ीसदी अंकों के साथ पास की थी। इसके बाद एनआईटी जयपुर में उनका दाखिला हो गया था। बीटेक से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सात्विक को रेलवे में अवर अभियंता के पद पर नौकरी मिली थी। हालांकि 15 दिन की ट्रेनिंग के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी।

फिर सात्विक पीसीएस की तैयारी में लग गए थे। पिता जगदीश श्रीवास्तव शहर के रजिस्ट्री कार्यालय में दस्तावेज लेखक हैं जबकि मां चित्रा श्रीवास्तव गृहिणीं हैं। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं।

यहां असली परीक्षा धैर्य की

सात्विक श्रीवास्तव कहते हैं कि माता-पिता के आशीर्वाद से उन्हें सफलता मिली है। वह कहते हैं कि लक्ष्य केंद्रित पढ़ाई से सफलता तय है। उनका कहना है की पीसीएस की परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे युवाओं को अपनी काबिलियत पर भरोसा रखना चाहिए।

इस परीक्षा में योग्यता के साथ-साथ धैर्य की भी परीक्षा होती है । जो जितना धैर्यवान है वह उतनी ज्यादा बड़ी सफलता हासिल कर सकता है।

पीसीएस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल करने वाले सात्विक को रेलवे में अवर अभियंता के पद पर नौकरी मिली थी। बांदा में उन्हें नौकरी जॉइन करनी थी लेकिन 14 दिन की ट्रेनिंग करने के बाद ही उन्होंने नौकरी न करने का निर्णय लिया।

यह भी उल्लेखनीय है कि दो प्रयासों में वह प्राथमिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाए और इस बार कमाल कर दिया।

देवबंद के सिद्धार्थ पीसीएस-2023 के टॉपर, बेटियों में मेरठ की शुभि अव्वल
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने मंगलवार को राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा-2023 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया। देवबंद के दूधा मोहल्ला निवासी सिद्धार्थ गुप्ता ने परीक्षा में टॉप किया है। प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय मेरिट में दूसरे और हरदोई के सात्विक श्रीवास्तव तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में मेरठ की शुभि गुप्ता अव्वल हैं। आयोग ने आठ माह नौ दिन में नतीजा देकर नया रिकॉर्ड बनाया है।

251 पदों पर हुआ अभ्यर्थियों का चयन, 33.46 फीसदी बेटियां
चयनित अभ्यर्थियों में 167 पुरुष और 84 महिलाएं (33.46 फीसदी) हैं। पीसीएस-2023 की टॉप टेन मेरिट में आठ पुरुष एवं दो महिला चयनित हुई हैं, जबकि टॉप 20 मेरिट में 13 पुरुष एवं सात महिलाएं शामिल हैं। महिला वर्ग की टॉपर शुभि गुप्ता को मेरिट में सातवां स्थान मिला है। 19 प्रकार के पदों के लिए 251 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित घोषित किया गया है। आयोग ने आठ माह नौ दिन में परिणाम देकर नया कीर्तिमान बनाया है।

चयनितों में ओबीसी श्रेणी के 77, एससी श्रेणी के 55 और एसटी श्रेणी के दो अभ्यर्थी शामिल हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित एक पद और अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित एक पद यानी दो पद संगत श्रेणी में उपयुक्त अभ्यर्थी उपलब्ध न होने के कारण खाली रह गए। आयोग ने इन दोनों पदों के पुनर्विज्ञापन की संस्तुति की है।

पीसीएस-2023 की प्रारंभिक परीक्षा 14 मई 2023 को हुई थी, जिसके लिए 5,65,459 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 3,45,022 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। आयोग ने 26 जून 2023 को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित किया, जिसमें 4,047 अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था।

यूपीपीएससी ने आठ माह नौ दिन में रिजल्ट जारी कर बनाया कीर्तिमान
26 से 29 सितंबर तक प्रयागराज और लखनऊ के केंद्रों में आयोजित की गई मुख्य परीक्षा में 3,658 अभ्यर्थी शामिल हुए, जिनमें से 451 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किया गया था। आठ से 12 जनवरी तक साक्षात्कार आयोजित किए गए। आयोग ने इंटरव्यू के बाद 11वें दिन अंतिम चयन परिणाम जारी कर दिया।

Related Articles

Back to top button