सेंट्रल इंडिया की सबसे तेज फीमेल रनर बनीं 53 साल की सपना

एशिया की सबसे बड़ी मैराथन में से एक टाटा मुंबई मैराथन में इंदौर के 55 रनर्स ने भाग लिया। सभी ने इस मैराथन को सफलता पूर्वक पूरा किया और स्वच्छता का संदेश देने वाले इंदौर की बातों से दुनियाभर के रनर्स को अवगत कराया। वहीं इस मैराथन को पूरी करने के साथ इंदौर की अल्ट्रा रनर सपना सोजतिया ने वर्ल्ड मेजर 6 मैराथन में भी अपनी जगह बना ली है। वे अगले साल शिकागो और बोस्टन में होने वाली मैराथन में हिस्सा लेंगी। इसमें सेंट्रल इंडिया से क्वालिफाय करने वाली वे पहली फीमेल रनर होंगी।

अंतरराष्ट्रीय धावक और कोच मनीष गौड़ ने बताया कि मुंबई की गर्मी एक चैलेंज थी लेकिन सभी रनर्स ने शानदार ट्रेनिंग की बदौलत इस पर भी पार पाया। यह मैराथन 42 किमी की थी जिसके लिए सभी रनर्स ने पांच महीने तैयारी की। इसमें इंदौर 40 से 62 वर्ष तक के रनर्स ने भाग लिया। शहर के डॉक्टर्स, बिजनेसमैन, टीचर्स आदि इसमें शामिल थे। यह एशिया की सबसे बड़ी मैराथन में से एक है।

सपना ने सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट की अवधि में पूरी की रन
मुंबई की 42.195 किलोमीटर की फुल मैराथन सपना सोजतिया ने सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट की अवधि में पूरी की। वे सेंट्रल इंडिया की सबसे तेज फीमेल रनर बन गई हैं। वर्ल्ड मेजर 6 मैराथन बोस्टन, शिकागो, न्यूयॉर्क, लंदन, टोक्यो और बर्लिन में होती है। मुंबई मैराथन में प्रदर्शन के आधार पर समय के लिहाज से उन्हें बोस्टन और शिकागो मैराथन के लिए एंट्री मिल गई। बोस्टन मैराथन अप्रैल 2025 में और शिकागो में अक्टूबर 2025 में होगी। मुंबई मैराथन में उन्होंने तीसरी बार हिस्सा लिया। पहले साल 4 घंटे 20 मिनट, दूसरी बार 3 घंटे 57 मिनट और तीसरी बार में सिर्फ 3 घंटे 53 मिनट में मैराथन पूरी कर रिकॉर्ड बनाया। सपना फीमेल कैटेगरी में बोस्टन और शिकागो मैराथन में सेंट्रल इंडिया से जाने वाली पहली रनर भी बन गई हैं। वे 50 से 55 के एज ग्रुप में हिस्सा लेंगी। वे कहती हैं, इस सफलता के पीछे मेरे कोच राजेश पोरवाल का अहम योगदान है। फुल मैराथन की प्रैक्टिस के लिए 1 से डेढ़ हजार किमी की प्रैक्टिस जरूरी होती है। कोच के सपोर्ट से ही यह संभव हो पाया है। फिलहाल मैं इस साल बर्लिन में होने वाली मैराथन की तैयारी में जुटी हैं। वे बताती हैं इससे पहले मैंने 72 किमी का खादुंगला चैलेंज और 92 किमी की कॉमरेड रन भी पूरी की है।

Related Articles

Back to top button