लखनऊ। यूपी विधानमंडल का बजट सत्र जारी है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा में बोलते हुए कहा कि, महर्षि वेदव्यास जी ने कहा था…धर्म से ही अर्थ और काम की प्राप्ति होती है। इसलिए क्यों नहीं धर्म के मार्ग पर चलते हो। पर कोई मेरी सुनता ही नहीं। यह केवल वेदव्यास जी की पीड़ा नहीं थी। वर्ष 2014 के पहले पूरे देश की और वर्ष 2017 के पहले पूरे उत्तर प्रदेश की भी यही पीड़ा थी।
उन्होंने कहा, आज देश और दुनिया का हर व्यक्ति उत्तर प्रदेश आने के लिए तैयार बैठा है। हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया… आज ‘भव्य-नव्य‘दिव्य‘ श्री अयोध्या जी को देखकर के हर व्यक्ति अभिभूत है।
सीएम योगी ने कहा, 31 हजार करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट अयोध्या में चल रहे हैं। इसमें धर्मपथ, श्रीराम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सिंगल लेन की सड़कें 4 लेन की हो गई हैं। वहां पर रामघाट-नया घाट नए स्वरूप में आ चुके हैं। साथ ही कहा, हमारी आस्था थी, नीति भी साफ थी और नीयत भी बहुत स्पष्ट थी। अगर मैं श्री अयोध्या जी व काशी गया हूं, तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं। श्री अयोध्या जी का भव्य दीपोत्सव जो आज राष्ट्रीय आयोजन बन चुका है, उसको शुरू करने का सौभाग्य हमारी यूपी सरकार को प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा, 2019 का प्रयागराज महाकुंभ आयोजित कराने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला था। 15 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज कुंभ में आकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसके साथ ही कहा, आज हमसे पूरा भारत एक नई अपेक्षा रखता है और उस नई अपेक्षा के साथ आज अयोध्या आप सभी को प्रभु के दर्शन करने के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सभी के हैं और हमें अयोध्या जाना चाहिए। क्योंकि, पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है।
इसके साथ ही कहा, सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था का मॉडल प्रयागराज कुंभ में देखने को मिला था। दुनिया के 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल वहां आए थे। श्रद्धालुओं के जनसैलाब को देखकर सभी लोग अभिभूत थे। हमारी सरकार 2025 के कुंभ को भव्य और दिव्य रूप में सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था के उसी मॉडल पर आगे ले जाएगी।