नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में सरफराज ने तूफानी बल्लेबाजी की। उनकी बल्लेबाजी का हर कोई मुरीद हो गया। वह डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में 50+ का स्कोर बनाने वाले चौथे भारतीय बने। सरफराज ने दिखा दिया कि वह भारतीय टीम में बने रहने के लिए आए हैं।
26 वर्षीय ने घरेलू सर्किट में कई वर्षों तक मेहनत की और अपने पिता के ‘माचो क्रिकेट क्लब’ में अपने कौशल को निखारने के बाद टेस्ट कैप हासिल की। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमाल दिखाने से पहले सरफराज ने रणजी में जमकर रन बनाए हैं।
पिछले कुछ वर्षों की कड़ी मेहनत और विशेष रूप से कोविड लॉकडाउन के दौरान व्यवस्थित योजना रंग लाई और राजकोट में टॉम हार्टले, जो रूट और रेहान अहमद की स्पिन तिकड़ी की सरफराज ने जमकर धुनाई की।
सरफराज की प्रगति को काफी करीब से देखने वाले नौशाद बताते हैं कि मुंबई के ओवल, क्रॉस और आजाद मैदान में ऑफ, लेग और बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ सरफराज प्रति दिन 500 गेंदें खेलते थे।