लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने सम्भल की घटना जानबूझकर अधिकारियों के माध्यम से करायी है। सम्भल में लोगों के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर अन्याय हो रहा है। लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है। झूठे मुकदमे लगाये जा रहे है। जिलाधिकारी, पुलिस प्रशासन असंवैधानिक और अलोतांत्रिक काम कर रहे हैं। सम्भल में दंगा नही था, वहां पुलिस की गोली से निर्दोष युवाओं की जान ली गयी है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सम्भल की घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को सजा दिलाएंगे।
सम्भल में नेता प्रतिपक्ष विधानसभा माता प्रसाद पाण्डेय और नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में पीड़ितों से मुलाकात करने और उनकी मदद के लिए गए समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमण्डल के साथ आज समाजवादी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार देश का भाईचारा नष्ट करना चाहती है। समाज में नफरत और भेदभाव फैलाना चाहती है। जब देश में प्लेसेस ऑफ़ वर्शिप एक्ट लागू है। तब इतनी जल्दबाजी में शाही जामा मस्जिद के सर्वे की क्या जरूरत थी?
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में इंसान की कोई कीमत नहीं है। भाजपा दरारवादी पार्टी है। भाईचारा के खिलाफ है। यह हृदयहीन पार्टी है। अन्याय, अत्याचार की तमाम घटनाएं हो रही है, लेकिन इस सरकार में पीड़ितों के प्रति कोई सहानुभति नहीं है। भाजपा सरकार में किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। न किसी की सुनवाई हो रही है।
उन्होंने कहा कि संभल में घटना के बाद समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल को पीड़ितों से मिलने से क्यों रोका गया? आखिर सरकार क्या छिपाना चाहती थी? सम्भल में पुलिस प्रशासन ने लोगों के साथ जैसा अन्याय किया है, वैसा पहले कभी नहीं देखा गया। पुलिस ने अपने मुताबिक बयान दिलाने के लिए लोगों को पीटा, झूठे मुकदमें लगाये, प्रताड़ित किया। जब समाजवादी पार्टी के नेता पीड़ितों से जेल में मिलने गए तो वहां जेलर के खिलाफ जातीय भेदभाव करके कार्रवाई की गयी।
साथ ही कहा, भाजपा सरकार के दो पलड़े हैं। एक पीडीए के खिलाफ अन्याय है और दूसरा भ्रष्टाचार है। भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा आम है। अब भाजपा के लोग भ्रष्टाचार को लेकर एक दूसरे पर भी आरोप लगाने लगे हैं। लखनऊ वाले दिल्ली पर और दिल्ली वाले लखनऊ पर आरोप लगवा रहे हैं। भाजपा सरकार चरम पर पहुंच चुके भ्रष्टाचार और कुन्दरकी, मीरापुर उपचुनाव में हुई वोटों की लूट छिपाने के लिए सम्भल जैसी घटनाएं करा रही है।
श्री यादव ने कहा कि कुन्दरकी और मीरापुर में उपचुनाव के दौरान जिस तरह के वीडियो आये उससे भाजपा की बेईमानी की पोल खुल गयी, लोग समझ गए कि भाजपा ने चुनाव निष्पक्ष नहीं होने दिया। वोटों की लूट हुई। सम्भल की घटना बहुत बड़ी साजिश और षडयंत्र था, खोदने वाले लोग अराजकता पर उतारू है। ये रूकने वाले नहीं है।
इससे पहले नेता विरोधी दल माता प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ उन्होंने संभल में पीड़ितों के साथ मुलाकात की और उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से पांच-पांच लाख रूपया प्रदान करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जानबूझकर सुनियोजित साजिश के तहत घटना कराया और दंगा का रूप दिया।
प्रतिनिधिमंडल में नेता विरोधी दल विधानसभा माता प्रसाद पाण्डेय, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद लाल बिहारी यादव, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, सांसद हरेन्द्र मलिक, सांसद रुचि वीरा, सांसद नीरज मौर्या, विधायक कमाल अख्तर, विधायक रविदास मेहरोत्रा, विधायक नवाब इकबाल महमूद, विधायक पिंकी सिंह यादव, जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी, जिलाध्यक्ष मुरादाबाद जयवीर सिंह यादव, जिलाध्यक्ष बरेली शिवचरन कश्यप शामिल रहे थे।