जमशेदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के जमशेदपुर में विशाल जनसभा को संबोधित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, बारिश कितनी ही तेज क्यों न हो, रुकावटें कितनी ही ज्यादा क्यों न हो, लेकिन कोई भी रुकावट मुझे आपसे अलग नहीं कर सकती है। मैं आपके दर्शन किए बिना वापस नहीं जा सकता हूं, इसलिए सड़क मार्ग से ही आप सबके दर्शन करने पहुंच गया। क्रांति और बलिदानों की ये धरती, भगवान बिरसा मुंडा के तप, त्याग और आशीर्वाद की ये धरती… मैं झारखंड की इस महान धरती को प्रणाम करता हूं। आज करमा पूजा के उमंग के बीच यहां आने से पहले मुझे झारखंड को विकास की कई बड़ी सौगात देने का सौभाग्य भी मिला। मैं आप सबको करमा पर्व की बधाई देता हूं।
इसके साथ ही पीएम ने कहा, आज झारखंड के हजारों गरीबों को पीएम आवास योजना के जरिए पक्के घर भी मिले हैं। इनमें से ज्यादातर घर मेरी माताओं-बहनों के नाम पर हैं। आज आपका ये भाई करमा पर्व के अवसर पर अपनी बहनों को अपने पक्के घर का उपहार देकर धन्य हो गया है। बीते लोकसभा चुनाव में सारा विपक्ष मोदी को हराने के लिए बेचैन था। पूरी जमात, बड़े-बड़े षड़यंत्र, बड़ी-बड़ी साजिशें, झूठ की इतनी बड़ी मशीनरी, देश को बांटने और तोड़ने वाली ताकतें… लेकिन आपका आशीर्वाद उन सब पर भारी पड़ा। मैं आपके इस प्यार और आशीर्वाद के लिए भी आपका धन्यवाद करता हूं।
उन्होंने कहा, झारखंड के तीन सबसे बड़े दुश्मन हैं-JMM, RJD और कांग्रेस। झारखंड के निर्माण का बदला आज भी RJD झारखंड से उतारती है और कांग्रेस को तो झारखंड से नफरत है ही। ये JMM वाले जिन्होंने आदिवासियों के वोट से अपनी राजनीति चमकाई, आज वो किसके साथ खड़े हैं? ये लोग आदिवासियों के जंगल जमीन पर कब्जा करने वालों के साथ हैं।
JMM के लोग बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के साथ खड़े हैं। ये घुसपैठिए और कट्टरपंथी JMM को भी अपने कब्जे में लेते जा रहे हैं। इनके लोग झारखंड मुक्ति मोर्चा के भीतर भी घुस गए हैं। जानते हैं ऐसा क्यों हुआ? क्योंकि JMM में कांग्रेस का भूत घुस गया है। जब किसी पार्टी में कांग्रेस का भूत घुस जाता है, तो तुष्टिकरण ही उस दल का इकलौता एजेंडा बन जाता है। इसके लिए सबसे पहले ये लोग दलित, आदिवासी और पिछड़ा समाज के हितों की बलि चढ़ाते हैं। यही हाल JMM का भी हो रहा है।