हाथरस हादसे पर राहुल गांधी ने सीएम योगी को लिखा पत्र, ये की बड़ी मांग

नई दिल्ली। हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में मुआवजे की राशि को बढ़ाने का अनुरोध किया है। साथ ही कहा, दुख की इस घड़ी में हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि पीड़ित परिवारों का साथ दें। इस मामले में आपके हर संभव सहयोग के लिए कांग्रेस पार्टी के समस्त कार्यकर्ता एवं मैं स्वयं उपलब्ध हूं।

राहुल गांधी ने लिखा कि, हाथरस में हुई भगदड़ की दुर्घटना में 120 से अधिक लोगों की मृत्यु के समाचार से स्तब्ध हूं। हृदय में पीड़ा के साथ आपको यह पत्र लिख रहा हूं और यह जानता हूं कि आप भी यही पीड़ा महसूस कर रहे होंगे। कल सुबह जनपद अलीगढ़ और हाथरस के कई पीड़ित परिवारों से मैंने मुलाकात की और उनका दर्द साझा करने की कोशिश की। हादसा इतना दुखद है कि परिजनों से मिलते समय मेरे पास सांत्वना के शब्द भी कम पड़ गए। अनेक परिवारों ने इस दुर्घटना में अपना जो कुछ भी खोया है, उसकी पूर्ति तो किसी भी प्रकार से सम्भव नहीं है परन्तु प्रभावित परिवारों की हरसंभव सहायता करके हम उनका दुख कम करने का प्रयास अवश्य कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जो मुआवजा घोषित किया गया है, वह बहुत अपर्याप्त है। मेरा आग्रह है कि मुआवजे की राशि बढ़ाई जाए और उसे जल्द से जल्द दिया जाए। साथ ही साथ घायलों का समुचित इलाज कराया जाए और उन्हें भी उचित मुआवजा दिया जाए। पीड़ित परिवारों ने मुझसे यह भी साझा किया कि इस पूरे हादसे के लिए जिम्मेदार वहां के स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और संवेदनहीनता है। इस मामले में उचित एवं पारदर्शी जांच न सिर्फ आने वाले समय में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने की तरफ एक सही कदम होगा, बल्कि इससे इन पीड़ित परिवारों के मन मे न्याय-व्यवस्था के प्रति विश्वास भी पुनर्स्थापित होगा। न्याय की दृष्टि से यह भी आवश्यक है कि दोषी व्यक्तियों को कठोर सजा दी जाए।

दुख की इस घड़ी में हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि पीड़ित परिवारों का साथ दें। इस मामले में आपके हर संभव सहयोग के लिए कांग्रेस पार्टी के समस्त कार्यकर्ता एवं मैं स्वयं उपलब्ध हूं। उम्मीद है इस पूरे मामले की गंभीरता देखते हुए, आप सहायता के संदर्भ में किए जाने वाले कार्यों को विशेष प्राथमिकता प्रदान करेंगे।

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