दिल्ली : नार्को और लाइव डिटेक्ट टेस्ट में सामने आई ये बात, संसद में घुसने का मकसद

नार्को और लाइव डिटेक्ट टेस्ट से भी कोई सुराग नहीं मिला है। संसद में घुसने का मकसद, फंडिंग और साजिश में शामिल लोगों के बारे में खुलासा नहीं हुआ है। पांचों आरोपियों को आज कोर्ट में पुलिस पेश करेगी।

देश की संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में आरोपी पांचों आरोपियों के नार्को व लाइव डिटेक्ट टेस्ट से भी कोई अहम बात सामने नहीं आई है। संसद में घुसने का मकसद, फंडिंग व साजिश में शामिल अन्य लोगों के बारे में खुलासा नहीं हो सका है। इसकी पुष्टि वरिष्ठ अधिकारिक सूत्रों ने की है। 

सभी पांच आरोपियों की पुलिस रिमांड शनिवार को खत्म हो रही है। इन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने कोर्ट की अनुमति के बाद मुख्य आरोपी मनोरंजन डी व सागर शर्मा का गांधी नगर में फोरेंसिक यूनिवर्सिटी में नार्को टेस्ट करवाया है। 

इसके अलावा तीन अन्य आरोपी अमोल शिंदे, ललित झा व महेश का लाइव डिटेक्ट टेस्ट करवाया है। इन तीनों का टेस्ट भी गांधी नगर में करवाया गया है। इसके बाद सभी को अब गुजरात से दिल्ली लाया जा रहा है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने सभी आरोपियों को रोहिणी स्थित एफएसएल में मनोविश्लेषण परीक्षण कराया गया था। 

इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की साजिश, फंडिंग व साजिश में शामिल लोगों का पता करने के लिए नार्को टेस्ट व लाइव डिटेक्ट टेस्ट कराने का निर्णय किया। हालांकि फोरेंसिक यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। आरोपी ललित झा ने खुलासा किया था कि संसद की सुरक्षा में सेंध का मास्टरमाइंड मनोरंजन था।

क्या है मामला

लोकसभा सदन में 14 दिसंबर को उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब सदन में मौजूद दर्शन दीर्घा से दो शख्स कार्यवाही के दौरान सांसदों के बीच में कूद गए। इस दौरान आरोपियों द्वारा कलर स्मॉग सदन के अंदर छोड़ा गया। सांसदों की सीट पर जाकर आरोपियों द्वारा हंगामा किया गया। उस दौरान मौजूद सांसदों, सुरक्षा कर्मियों ने आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 

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