भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” है और किसी को भी जांच करने की अनुमति नहीं : राहुल गांधी

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा गरमाने लगा है। दरअसल, दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ईवीएम पर सवाल उठाया है। उन्होंने शनिवार को चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा, ईवीएम को हैक किया जा सकता है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिकी चुनावों से ईवीएम को हटाने की मांग की। वहीं, अब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसको लेकर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रविवार को एक पोस्ट में इसके जरिये चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने अपने पोस्ट में शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर से जुड़ी एक खबर भी शेयर की है। शिंदे पर ईवीएम से छेड़छाड़ कर जीतने का आरोप लगा है।

राहुल गांधी ने एक्स पर एक न्यूज पेपर की खबर को शेयर करते हुए लिखा कि, भारत में ईवीएम एक “ब्लैक बॉक्स” हैं और किसी को भी उनकी जांच करने की अनुमति नहीं है। हमारी चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएँ व्यक्त की जा रही हैं। जब संस्थानों में जवाबदेही की कमी हो जाती है तो लोकतंत्र एक दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।

राहुल गांधी ने जिस खबर को शेयर करके यह पोस्ट लिखा है। वह मिड डे की खबर है। मिड डे की इस रिपोर्ट में बताया गया है वनराई पुलिस को अभी तक की जांच में रविंद्र वायकर के रिश्तेदार मंगेश पंडिलकर के खिलाफ कई सबूत मिले हैं। मंगेश मंडिलकर पर आरोप है कि उसी ने ईवीएम में गड़बड़ी की जिसके बाद मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से वायकर को 48 वोटों से जीत मिली। आरोप है कि मंगेश वोटों की गिनती के दौरान जो फोन इस्तेमाल कर रहा था वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जुड़ा था।

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